56 सीटों के प्रचंड बहुमत के साथ INDIA गठबंधन ने बनाई सरकार, NDA सिमटा 24 पर

रांची। झारखंड विधानसभा चुनावों में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले INDIA गठबंधन ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 81 सदस्यीय सदन में 56 सीटों पर कब्जा जमाया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने भाजपा और एनडीए को करारी शिकस्त दी।

गठबंधन की जीत में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने 34 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने 16 सीटें हासिल कीं। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और सीपीआई (एमएल) ने भी प्रभावी प्रदर्शन करते हुए क्रमश: चार और दो सीटों पर जीत दर्ज की।

एनडीए को बड़ा नुकसान
भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को झारखंड में बड़ा झटका लगा, जहां भाजपा को केवल 21 सीटें मिलीं। यह 2019 के मुकाबले चार सीटें कम हैं। सहयोगी आजसू पार्टी (एजेएसयू) को 10 में से सिर्फ एक सीट पर जीत मिली, जबकि उसके प्रमुख सुदेश महतो अपनी पारंपरिक सीट सिल्ली से हार गए। जेडीयू और लोजपा को एक-एक सीटें मिलीं।

नई पार्टी ने बिगाड़ा समीकरण
युवा नेता जयराम महतो के नेतृत्व वाली झारखंड क्रांतिकारी लोक मोर्चा (JKLM) ने पहली बार एक सीट पर जीत दर्ज की, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इसने भाजपा और आजसू के पारंपरिक वोट बैंक में सेंध लगाई।

महत्वपूर्ण जीत और हार
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुरमु सोरेन ने गांडेय से और उनके भाई बसंत सोरेन ने दुमका से जीत हासिल की। वहीं, हेमंत सोरेन की भाभी सीता मुरमु सोरेन, जो भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही थीं, जामताड़ा से हार गईं।

भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी अपनी सीट बचाने में सफल रहे। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा और मदु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा चुनाव हार गईं। उड़ीसा के राज्यपाल और पूर्व सीएम रघुबर दास की बहू पूर्णिमा साहू दास ने जमशेदपुर पूर्वी से जीत दर्ज की।

INDIA गठबंधन की जीत पर हेमंत सोरेन का बयान
चुनाव नतीजों के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे झारखंड के लोगों की जीत करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा, “झारखंड ने जीत हासिल की है।” सोरेन ने जनता का धन्यवाद करते हुए कहा, “आपने लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई है। अब हमारी सरकार आपके सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

भाजपा ने किया प्रदर्शन की समीक्षा का वादा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने नतीजों को अप्रत्याशित बताते हुए सोरेन और उनकी पार्टी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पार्टी नतीजों का विश्लेषण करेगी और जनता के विश्वास को पुनः हासिल करेगी।

मैयान सम्मान योजना” ने दिखाया असर
राजनीतिक विश्लेषकों ने सोरेन सरकार की “मैयान सम्मान योजना” को गठबंधन की ऐतिहासिक जीत का अहम कारण बताया। इस योजना के तहत 45 लाख महिलाओं को 1,000 रुपये की चार किस्तें दी गईं, जिससे महिलाओं का व्यापक समर्थन मिला।

इसके विपरीत, भाजपा की “बांग्लादेशी घुसपैठ” वाली मुहिम जनजातीय क्षेत्रों में कारगर साबित नहीं हुई, जहां लोग पहचान और बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता दे रहे थे।

झारखंड के 24 वर्षों के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी गठबंधन ने 56 सीटों का बहुमत हासिल कर स्थायी सरकार की नींव रखी है।

रिपोर्ट: निहाल देव दत्ता

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