कराची
पाकिस्तान के जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास रविवार रात हुए जोरदार विस्फोट से शहर में हड़कंप मच गया। इस हादसे में दो लोगों की जान चली गई, जबकि एक विदेशी नागरिक समेत 11 लोग घायल हो गए। विस्फोट के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल रहा और कई वाहनों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया।
विस्फोट की गूंज कराची के कई इलाकों तक सुनी गई। अधिकारियों के अनुसार, यह विस्फोट एक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) से हुआ हो सकता है, जबकि कुछ का कहना है कि यह एक वाहन में टक्कर के कारण हुआ धमाका है। मौके पर पहुंची पुलिस और रेंजर्स की टीम ने घायलों को फौरन अस्पताल पहुंचाया।
विस्फोट स्थल के फुटेज में आग की लपटों में घिरे वाहन नजर आए। डॉन समाचार पत्र के अनुसार, बम निरोधक दस्ते ने घटनास्थल की जांच शुरू कर दी है। उप महानिरीक्षक (पूर्व) कैप्टन अजफर महेसर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस धमाके में दो लोग मारे गए हैं, जबकि सात वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
पाकिस्तान में सक्रिय बलूच लिबरेशन आर्मी की मजीद ब्रिगेड ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। हालांकि, फॉरेंसिक जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि यह घटना आतंकवादी हमला थी या दुर्घटना।
जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर के डॉक्टरों ने बताया कि घायलों में से कई की हालत गंभीर है, जिनमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल है। घायलों की पहचान वकार अहमद, मोहम्मद इलियास, रानू खान, अजीम मीर, तस्लीम नूर और अन्य के रूप में हुई है। दो घायलों को क्लिफ्टन के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सिंध के गवर्नर कामरान टेसोरी ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि पूरी जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी और इस वक्त अटकलों से बचा जाना चाहिए। वहीं, सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन ने इसे आईईडी विस्फोट करार दिया।