करुणा और शांति के संदेश के साथ नेताओं ने मनाई गुड फ्राइडे
नई दिल्ली। गुड फ्राइडे के अवसर पर देश के नेताओं ने यीशु मसीह के बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए करुणा, दया और मानवता के मूल्यों को अपनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित कई प्रमुख नेताओं ने इस दिन की महत्ता को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपने संदेश में लिखा, “गुड फ्राइडे पर हम यीशु मसीह के बलिदान को स्मरण करते हैं। यह दिन हमें दया, करुणा और उदारता को अपनाने की प्रेरणा देता है। शांति और एकता की भावना हमेशा बनी रहे।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अपने शुभकामना संदेश में लिखा, “गुड फ्राइडे के इस पावन अवसर पर हम करुणा, क्षमा, बलिदान और सहानुभूति के मूल्यों को अपने आचरण में आत्मसात करने का संकल्प लें। मानवता, दया और शांति के सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाएं।”
वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, “गुड फ्राइडे हर दिल में करुणा, दया और प्रेम का संचार करे और सबके जीवन में शांति लेकर आए।”
गुड फ्राइडे, जो होली वीक का एक महत्वपूर्ण दिन है, यीशु मसीह के क्रूस पर बलिदान को स्मरण करने का दिन है। भारत में यह दिन विशेष श्रद्धा और गंभीरता के साथ मनाया जाता है, विशेषकर केरल, गोवा, नगालैंड, मिजोरम, मेघालय, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश तथा अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में।
देश के विभिन्न हिस्सों में गुड फ्राइडे को स्थानीय भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। मलयालम में इसे ‘दुखवेली’ (दुःख का शुक्रवार) कहा जाता है, वहीं तमिल में ‘पेरिया वेली’ (महान शुक्रवार) या ‘पुनित वेली’ (पवित्र शुक्रवार) के नाम से जाना जाता है।
गुड फ्राइडे पर चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाएं, उपवास, और शोक यात्राएं निकाली जाती हैं, जिनके माध्यम से लोग यीशु मसीह के प्रेम, क्षमा और आत्मत्याग के संदेश को याद करते हैं।