पटना
बिहार की सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है। जेडीयू के मंत्री अशोक चौधरी के ट्वीट के बाद से राज्य की राजनीति में हलचल मची हुई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक कविता के जरिए तंज कसा, जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना माना जा रहा है। इस मामले पर जब मीडिया ने केंद्रीय मंत्री ललन सिंह से प्रतिक्रिया मांगी तो वे भड़क गए और मीडिया को अनावश्यक विवाद पैदा करने का आरोप लगाया।
ललन सिंह ने कहा, “आप लोग बिना मतलब के ट्वीट में मतलब निकालते रहते हैं। नीतीश कुमार जी जेडीयू के सर्वमान्य नेता हैं और उनके खिलाफ कोई कुछ नहीं कह सकता। मीडिया अनावश्यक विवाद खड़ा करने का प्रयास कर रही है, जो पूरी तरह से गलत है।”
दरअसल, अशोक चौधरी ने ट्वीट किया था, “एक उम्र के बाद कोई आपको न पूछे या पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है, तो दिल पर न लें, छोड़ दें।” इसके बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई कि उन्होंने यह तंज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कसा है। जेडीयू के सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने इस ट्वीट पर नाराजगी जताते हुए अशोक चौधरी को कड़ी फटकार भी लगाई।
जेडीयू और विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया
इस बीच, जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार की पहचान हैं और उनके खिलाफ बोलने की किसी की हिम्मत नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार 19 साल से राज्य के मुख्यमंत्री हैं और जनता के दिलों में बसे हुए हैं। उनके खिलाफ कोई भी गलत भाषा का प्रयोग करेगा, तो उसे जवाब जरूर मिलेगा।”
वहीं, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी अशोक चौधरी के ट्वीट पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, “यह ट्वीट अपमानजनक और अनुचित है। नीतीश कुमार के प्रति ऐसा रवैया गलत है और इससे मुझे व्यक्तिगत तौर पर ठेस पहुंची है।”
अशोक चौधरी की सफाई पर उठे सवाल
अशोक चौधरी की सफाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “जब तीर कमान से निकल चुका है तो सफाई का कोई मतलब नहीं। लोग समझ चुके हैं कि इस ट्वीट के पीछे का इरादा क्या था और यह किसे निशाना बनाकर किया गया था।”
इस सियासी बयानबाज़ी के बीच, जेडीयू में अंदरूनी कलह की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि, पार्टी ने फिलहाल इस विवाद पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है, लेकिन इस पूरे प्रकरण ने बिहार की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है।