चरणबद्ध आंदोलन का आगाज
जमालपुर, मुंगेर: लौह नगरी जमालपुर में मुंगेर विश्वविद्यालय का प्रशासनिक भवन और कैंपस निर्माण कराने की मांग को लेकर रविवार को स्थानीय लोगों ने एकदिवसीय उपवास कर विरोध जताया। जुबली वेल के निकट बिजली ऑफिस के सामने आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक और छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। आंदोलन का नेतृत्व मुंगेर विश्वविद्यालय जमालपुर निर्माण संघर्ष समिति ने किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. श्याम देव भगत ने की, जबकि संचालन समिति के संयोजक साईं शंकर ने किया। उपवास में शामिल लोगों ने एक स्वर में कहा कि जमालपुर में कैंपस निर्माण के लिए पर्याप्त जमीन, ऐतिहासिक विरासत, बेहतर कनेक्टिविटी और सुरक्षात्मक वातावरण मौजूद है।
सैकड़ों एकड़ जमीन देने को तैयार रैयत
जमालपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष वासुदेव पुरी और सदस्य संजीव कुमार उर्फ बबलू ने कहा कि विश्वविद्यालय जैसे संस्थान के लिए 30-40 एकड़ जमीन पर्याप्त नहीं है। कैंपस निर्माण के लिए सैकड़ों एकड़ जमीन की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि जमालपुर के निकट केशोपुर, फरीदपुर और इंद्रुख मौजे के रैयत सर्किल रेट पर विश्वविद्यालय के लिए जमीन देने को तैयार हैं।
बड़ी यूनिवर्सिटी का उदाहरण दिया गया
लायंस क्लब जमालपुर के अध्यक्ष मिलरेड सिडनी कमल लाल और भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के संयोजक शिवलाल रजक ने बताया कि बड़े विश्वविद्यालयों में सैकड़ों एकड़ जमीन लगती है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय 1300 एकड़ में और गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय 11,000 एकड़ में फैला हुआ है। उन्होंने सरकार से मांग की कि हर पहलू को ध्यान में रखते हुए जमालपुर में विश्वविद्यालय के लिए भूमि का चयन किया जाए।
राजनीतिक और सामाजिक संगठनों का समर्थन
इस आंदोलन को स्थानीय राजनीतिक कार्यकर्ताओं का भी समर्थन मिला। राजेश रमन उर्फ राजू यादव, कन्हैया सिंह, सौरभ कुमार, मुरारी प्रसाद सहित अन्य नेताओं ने कहा कि वे कैंपस निर्माण के लिए किसी भी स्तर पर संघर्ष को तैयार हैं।
सांस्कृतिक एकता के बीच आंदोलन की शुरुआत
यह उपवास कार्यक्रम रमजान के पवित्र महीने के समापन और चैत्र नवरात्र की शुरुआत के पावन संगम पर आयोजित किया गया। इसे संघर्ष का पहला चरण बताया गया, जिसे अंतिम मंजिल तक ले जाने का संकल्प लिया गया।
इनकी रही भागीदारी
रविंद्र कुमार रवि, नागेश्वर यादव, अर्जुन बिहारी, बमबम यादव, ब्रह्मदेव चौरसिया, विनोद मंडल, मास्टर प्रणव मिश्रा, प्रेम कुमार, मोहम्मद रईस, विनय यादव, चंदन कुमार, वाल्मीकि शर्मा, प्रहलाद कुमार, आलोक कुमार, संजय राउत, सिद्धेश्वर नाथ विश्वकर्मा, बिंदेश्वरी दास, गोरेलाल, अनिमेष चौरसिया, आशीष शाह, रूपेश कुमार, नीरज कुमार पासवान, विमल शंकर विश्वकर्मा, सुशील जालान, रितेश गर्ग, मंटू मंडल, शिवम मस्कारा,आदि लोग उपस्थित थे।