मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया बिहटा औद्योगिक क्षेत्र का दौरा, बोले – “बिहार में अब रोजगार की बहार”
महिलाओं की भागीदारी, उच्च तकनीक और निर्यात तक बना नया औद्योगिक मॉडल

संवाददाता, पटना

रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना जिले के बिहटा स्थित सिकंदरपुर औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण किया। यह इलाका अब राज्य में उभरते औद्योगिक हब के रूप में पहचान बना रहा है, जहां निजी क्षेत्र की पहल से रोजगार सृजन और महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की जा रही है।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने तीन प्रमुख औद्योगिक इकाइयों – आर.के. शर्ट्स यूनिट, डी.वी. रंजन बैग क्लस्टर और अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड इरैडिएशन सेंटर का जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने वहां कार्यरत कर्मियों से संवाद किया और उत्पादन प्रक्रिया की जानकारी ली।

महिलाओं की मेहनत को सराहना

मुख्यमंत्री ने सबसे पहले आर.के. शर्ट्स यूनिट का दौरा किया, जहां 180 से अधिक स्थानीय युवक-युवतियां विभिन्न निर्माण कार्यों में लगे हैं। शर्ट्स की कटिंग, स्टिचिंग और पैकेजिंग का कार्य देख मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता जताई। बताया गया कि यह यूनिट आने वाले समय में 1200 लोगों को रोज़गार देने में सक्षम होगी।

इसके बाद डी.वी. रंजन बैग क्लस्टर का निरीक्षण हुआ, जहां 80 प्रतिशत महिलाएं काम कर रही हैं। हस्तनिर्मित और कैनवास बैग्स का यह केंद्र प्रतिदिन 500 से अधिक बैग्स का उत्पादन करता है। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह महिला नेतृत्व वाला उद्यम बिहार के विकास मॉडल में एक अनुकरणीय उदाहरण है।”

तकनीक आधारित निर्यात केंद्र का उद्घाटन

सीएम ने इंटीग्रेटेड इरैडिएशन सेंटर का भी दौरा किया, जो 58.15 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। यह केंद्र फलों, सब्जियों, मसालों और मांस उत्पादों को निर्यात योग्य बनाने की आधुनिक सुविधा से सुसज्जित है।

कोबाल्ट 60 विकिरण तकनीक से लैस यह केंद्र प्रतिघंटा दो मीट्रिक टन कृषि उत्पादों की प्रसंस्करण क्षमता रखता है। यहां से बिहार की लीची और जर्दालु आम को यूएई और कतर जैसे देशों में निर्यात किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह केंद्र बिहार को वैश्विक कृषि बाजार से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनेगा।”

रोजगार के नए द्वार

इन तीनों इकाइयों के जरिए अब तक 350 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोज़गार मिल चुका है। इनमें अधिकांश स्थानीय युवक-युवतियां हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य सरकार उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। हम न सिर्फ निवेशकों को आमंत्रित कर रहे हैं, बल्कि स्थानीय लोगों को स्वरोजगार और प्रशिक्षण की सुविधा भी दे रहे हैं।”

युवाओं और महिलाओं के लिए बन रहा है नया बिहार

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का उल्लेख करते हुए बताया कि इस योजना के तहत सभी वर्गों के लोगों को उद्यमिता के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि हर गांव, हर कस्बे से युवा उद्यमी निकलें और राज्य की अर्थव्यवस्था को नया आयाम दें।”

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ सांसद संजय कुमार झा, प्रधान सचिव दीपक कुमार, उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, सचिव कुमार रवि, पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम., और पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

 

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