ट्रेन संचालन में सुरक्षा और दक्षता बढ़ाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम
मुंगेर
पूर्वी रेलवे के मालदा डिवीजन ने ट्रेन सुरक्षा और निरीक्षण में नई क्रांति की शुरुआत करते हुए अत्याधुनिक हेलमेट कैमरा निगरानी प्रणाली की स्थापना की है। यह तकनीक ट्रेन के अंदर और बाहर की गतिविधियों पर नज़र रखकर सुरक्षा और दक्षता को बेहतर बनाने में मदद करेगी। इस पहल से ट्रेन संचालन के दौरान किसी भी तकनीकी खामी की पहचान और समाधान करने में आसानी होगी।
पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रणाली न केवल वास्तविक समय में निरीक्षण करेगी, बल्कि ट्रेन परिचालन के दौरान होने वाली किसी भी संभावित खामी की जल्द पहचान कर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि मालदा डिवीजन पूर्वी रेलवे का पहला डिवीजन है, जिसने इस तकनीक को लागू किया है।
ट्रेन के पहियों और उपकरणों पर होगी बारीकी से नजर
इस उन्नत हेलमेट कैमरे का उपयोग खासतौर से ट्रेन के अंडर-गियर, पहियों और अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों की जांच के लिए किया जाएगा, जो धीरे चलने वाली ट्रेनों की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण करने में मददगार होगा। इसका मुख्य उद्देश्य किसी भी खामी को पहचानना और उसे तुरंत दुरुस्त करना है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
विस्तारित होगा प्रणाली का दायरा
वर्तमान में मालदा और जमालपुर स्टेशनों पर 8 हेलमेट कैमरे उपलब्ध कराए गए हैं। इन कैमरों का इस्तेमाल ट्रेन निरीक्षण दल द्वारा किया जा रहा है। जल्द ही इस प्रणाली को भागलपुर, साहिबगंज और मालदा डिवीजन के अन्य स्टेशनों तक विस्तारित करने की योजना है।
हेलमेट कैमरा प्रणाली की विशेषताएं
1. इन-बिल्ट रिकॉर्डिंग: यह कैमरा निरंतर निरीक्षण गतिविधियों की रिकॉर्डिंग करता है।
2. लाइव स्ट्रीमिंग: वीडियो फ़ीड को वाई-फाई या जीपीआरएस के माध्यम से नियंत्रण कक्ष तक लाइव प्रसारित किया जा सकता है।
3. पुश-टू-टॉक सुविधा: यह सुविधा ऑन-फील्ड कर्मियों और कंट्रोल रूम के बीच त्वरित संचार को आसान बनाती है।
4. लंबी बैटरी लाइफ: लगभग 8 घंटे तक चलने वाली बैटरी के साथ यह कैमरा IP66 रेटिंग से युक्त है, जो इसे अधिक टिकाऊ बनाता है।
5. अभिलेखीय क्षमता: रिकॉर्ड किए गए वीडियो को भविष्य की समीक्षा और गहन विश्लेषण के लिए सहेजा जा सकता है।
इस पहल से पूर्वी रेलवे के मालदा डिवीजन ने आधुनिक तकनीक को अपनाकर ट्रेन परिचालन को अधिक सुरक्षित और कुशल बनाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है।