मुर्शिदाबाद में दंगा प्रभावित महिलाओं से मिलेंगी एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष विजया रहाटकर
टीम के साथ मौके पर जाकर करेंगी हालात का जायज़ा, जांच समिति भी गठित
कोलकाता।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने गुरुवार को शहर के हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि वे जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल के साथ दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी और पीड़ित महिलाओं से मिलकर उनकी समस्याएं सुनेंगी।
उन्होंने कहा, “मुर्शिदाबाद के कुछ इलाकों में हुई हिंसा में महिलाओं के साथ हुए अत्याचारों को देखते हुए आयोग ने जांच समिति का गठन किया है। हम प्रत्यक्ष रूप से पीड़ित महिलाओं, उनके परिजनों और स्थानीय अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।”
बताया गया है कि विजया रहाटकर के साथ आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार सहित अन्य प्रतिनिधि भी रहेंगे। वे जिले के डीएम, एसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत कर हिंसा से जुड़ी रिपोर्ट तैयार करेंगी।
उल्लेखनीय है कि 11 और 12 अप्रैल को मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज, सुइटी, धूलियन और जंगीपुर इलाकों में वक्फ (संशोधन) कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान भयंकर हिंसा भड़की थी। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों घायल हुए थे। कई महिलाओं के साथ छेड़छाड़ व उत्पीड़न की भी खबरें सामने आई हैं।
रहाटकर ने बताया कि “धूलियन के मंदिरपाड़ा और शमशेरगंज क्षेत्रों में कई महिलाओं को हिंसा का शिकार होना पड़ा। भय के माहौल में सैकड़ों महिलाएं भगिरथी नदी पार कर मालदा जिले में शरण लेने को मजबूर हुईं।”
राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू की जांच कर आवश्यक सिफारिशें की जाएंगी, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।