‘संवाद करना गुनाह है क्या?’: राहुल गांधी को रोकने पर कांग्रेस हमलावर, खरगे बोले- बिहार में तानाशाही की पराकाष्ठा
दरभंगा/नई दिल्ली, संवाददाता
बिहार के दरभंगा में अंबेडकर हॉस्टल में छात्रों से संवाद करने जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पुलिस द्वारा रोके जाने पर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस घटना को “लोकतंत्र पर हमला” बताते हुए बिहार की एनडीए सरकार पर तीखा प्रहार किया।
खरगे ने कहा, “क्या दलित, पिछड़े और वंचित छात्रों से शिक्षा और रोजगार पर बातचीत करना गुनाह है? क्या ये संविधान के खिलाफ है? यह तानाशाही की पराकाष्ठा है कि बिहार सरकार ने राहुल गांधी को ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम में जाने से रोका। बिहार, जो लोकतंत्र की जन्मभूमि रहा है, इस अन्याय को भूलेगा नहीं और समय आने पर इसका जवाब देगा।”
खरगे का यह बयान ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया गया, जो तेजी से वायरल हो रहा है।
‘डबल इंजन धोखेबाज़ सरकार’: राहुल गांधी का तीखा हमला
दरभंगा में छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने बिहार की सरकार को “डबल इंजन धोखेबाज़ सरकार” करार दिया। उन्होंने कहा, “बिहार पुलिस ने मुझे रोकने की कोशिश की लेकिन नहीं रोक पाई, क्योंकि आप सबकी ताकत मेरे साथ है। हमने प्रधानमंत्री से कहा था कि आपको जातीय जनगणना करनी होगी, और आपके दबाव में उन्होंने ऐसा किया। संविधान को माथे से लगाना पड़ा। लेकिन सच ये है कि ये सरकार अल्पसंख्यकों, संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ है।”
राहुल ने जोर देते हुए कहा, “हमारी सरकार जब भी बिहार और देश में बनेगी, आप जो हकदार हैं, वो सबकुछ आपको मिलेगा — यही मेरी गारंटी है।”
‘संवाद अब गुनाह बन गया है?’: मुख्यमंत्री पर सीधा सवाल
एक अन्य पोस्ट में राहुल गांधी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठाया, “संवाद कब से अपराध बन गया नीतीश जी? एनडीए की डबल इंजन धोखेबाज़ सरकार मुझे दरभंगा के अंबेडकर हॉस्टल में दलित और पिछड़े छात्रों से बातचीत करने से रोक रही है। क्या आप शिक्षा और सामाजिक न्याय की सच्चाई छुपाना चाहते हैं?”
राहुल गांधी का यह बयान तब आया जब उन्हें पुलिस ने कार्यक्रम स्थल तक जाने से रोका। इसके बावजूद उन्होंने पैदल चलकर छात्रों से मुलाकात की और कार्यक्रम को संबोधित किया।