कल रात हिमाचल प्रदेश के रामपुर के झाकरी क्षेत्र में स्थित समेज खुड में भीषण बादल फटने की घटना में कम से कम 50 लोग लापता हो गए हैं। अधिकारियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू कर दिया है। मंडी से भी बादल फटने की एक और घटना की सूचना मिली है।
क्षेत्रीय मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के अधिकांश जिलों में गुरुवार को भारी से बहुत भारी बारिश, गरज और बिजली गिरने के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है, जिसमें किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर बाकी सभी जिले शामिल हैं। शुक्रवार के लिए कुछ स्थानों पर भारी बारिश का ‘येलो’ अलर्ट भी जारी किया गया है। राज्य में वर्षा का यह सिलसिला 6 अगस्त तक जारी रहने की संभावना है।
मौसम विभाग चार रंग-कोडेड चेतावनियों का उपयोग करता है: हरा (कोई कार्रवाई की जरूरत नहीं), पीला (देखें और अपडेट रहें), नारंगी (तैयार रहें), और लाल (कार्रवाई करें)।
मौसम कार्यालय ने कुल्लू, सोलन, सिरमौर, शिमला और किन्नौर जिलों सहित संवेदनशील क्षेत्रों में संभावित भूस्खलन और बाढ़ की चेतावनी दी है। तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव से बागवानी, खड़ी फसलें, संवेदनशील ढांचे और कच्चे घरों को नुकसान हो सकता है।
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में दिन भर रुक-रुक कर बारिश जारी रही, जिससे बचाव टीमों के सामने चुनौतियां और बढ़ गई हैं। यह बादल फटना क्षेत्र में हो रही चरम मौसम घटनाओं का हिस्सा है।
हाल के वर्षों में हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ी हैं, जो बदलते जलवायु परिस्थितियों का परिणाम मानी जा रही हैं। इन घटनाओं ने राज्य में बेहतर आपदा प्रबंधन और बुनियादी ढांचे की मजबूती की आवश्यकता को उजागर किया है।