प्रधानमंत्री ने संभाली कार्यवाहक राष्ट्रपति की जिम्मेदारी

सियोल, 14 दिसंबर –

कोरिया की नेशनल असेंबली ने राष्ट्रपति यून सुक-योल के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित कर उन्हें पद से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई उनके विवादास्पद मार्शल लॉ लागू करने के प्रयास के बाद हुई। अब यून का भविष्य संवैधानिक न्यायालय के निर्णय पर निर्भर करेगा।

शनिवार को हुए मतदान में 300 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में 204 मत महाभियोग के पक्ष में पड़े, जबकि 85 सदस्यों ने विरोध किया। आठ मत अमान्य रहे। महाभियोग प्रस्ताव को पास करने के लिए दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता थी।

यून ने 11 दिन पहले अचानक मार्शल लॉ लागू किया था, जिसने देशभर में आक्रोश फैला दिया। नेशनल असेंबली परिसर को सेना ने घेर लिया था ताकि विधायकों को कानून रद्द करने से रोका जा सके। हालाँकि, असेंबली ने इस आदेश को छह घंटे में रद्द कर दिया।

कार्यवाहक राष्ट्रपति बने प्रधानमंत्री
महाभियोग पारित होने के बाद प्रधानमंत्री हान डक-सू ने कार्यवाहक राष्ट्रपति का पद संभालते हुए कैबिनेट की बैठक बुलाई। उन्होंने कहा, “राज्य व्यवस्था को स्थिर करना और जनता का विश्वास बहाल करना हमारी प्राथमिकता है।” उन्होंने अधिकारियों को सतर्क रहने और आर्थिक स्थिति पर नज़र रखने के निर्देश दिए।

जनता ने मनाया जश्न
राष्ट्रपति यून के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित होने के बाद राजधानी सियोल समेत देशभर में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और लोकतंत्र की जीत का जश्न मनाया।

मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ली जे-म्योंग ने इसे “लोकतंत्र की नई सुबह” करार दिया। दूसरी ओर, राष्ट्रपति यून ने एक बयान में कहा, “मैं इस चुनौती को स्वीकार करता हूँ और देश के लिए अपना योगदान जारी रखूँगा।”

महाभियोग पर संवैधानिक न्यायालय के निर्णय के लिए 180 दिन का समय है। यदि अदालत इसे मंजूरी देती है, तो कोरिया में 60 दिनों के भीतर नए राष्ट्रपति का चुनाव होगा।

 

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