निर्देशक: पुनीत कृष्णा, अमृत राज  

लेखक: पुनीत कृष्णा, सुमित पुरोहित, आरती रावल, करन व्यास

प्लेटफार्म: नेटफ्लिक्स 

संक्षिप्त परिचय:

जैसा कि शीर्षक में ही स्पष्ट है, “त्रिभुवन मिश्रा CA टॉपर” एक दिलचस्प वेब सीरीज है, जो त्रिभुवन मिश्रा नामक किरदार के जीवन पर आधारित है। इसे एक “वयस्क पोस्ट अलर्ट” के साथ पेश किया गया है, जिसका मतलब है कि इसमें वयस्क सामग्री शामिल है और इसे समझदारी के साथ देखना चाहिए।

कहानी की पृष्ठभूमि:

वेब सीरीज की कहानी त्रिभुवन मिश्रा के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक चार्टर्ड एकाउंटेंट है। परन्तु यह केवल उसके पेशे तक सीमित नहीं है। यह उसकी व्यक्तिगत और गुप्त जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को भी उजागर करती है। मिर्जापुर के गुड्डू पंडित के संवाद “शुरू मजबूरी में किए थे, अब मज़ा आ रहा है” की तर्ज पर, त्रिभुवन की कहानी भी एक मजबूरी से शुरू होती है और मज़े में बदल जाती है।

लेखक का दृष्टिकोण:

80 और 90 के दशक में काम क्रीड़ा पर बात करने वाले लेखकों की याद दिलाते हुए, त्रिभुवन मिश्रा का किरदार ऐसे ही कुछ तत्वों को समेटे हुए है। यह किरदार पुरानी बदनाम किताबों के नियमित पाठक के रूप में नजर आता है। लेखक ने इसे काफी गहराई और पैशन के साथ प्रस्तुत किया है, जो दर्शकों को बांधे रखता है।

अभिनय:

  • मानव कौल ने त्रिभुवन मिश्रा के किरदार को शानदार ढंग से निभाया है। उनकी पत्नी के रूप में “नैना सरीन” का काम भी बेहतरीन है।
  • श्वेता बसु प्रसाद का किरदार तीखा और प्रभावशाली है।
  • तिलोत्तमा शोम का अभिनय हमेशा की तरह प्रशंसनीय है।
  • अमरजीत सिंह ने भी अपने किरदार में जान डाल दी है।

उल्लेखनीय किरदार:

1. सुमित गुलाटी (त्रिभुवन के साले): उनकी टाइमिंग और हाव-भाव कमाल के हैं।

2. शुभ्रज्योति बरत (टीकाराम जैन): उनके ड्यूल शेड वाले किरदार को उन्होंने बखूबी निभाया है।

3. अशोक पाठक (ढेंचा झा): पंचायत में बिनोद के रूप में नजर आए अशोक पाठक ने इस सीरीज में भी अपनी प्रतिभा दिखाई है।

निष्कर्ष:

सीरीज का ओवरऑल फील अच्छा है, परंतु कहीं-कहीं पर कहानी ढीली होती दिखती है। यदि एडिटिंग पर थोड़ा और ध्यान दिया जाता, तो यह और भी प्रभावी हो सकती थी।

अंतिम निर्णय:

मेरे लिए यह सीरीज देखना आवश्यक था, क्योंकि इसमें मेरे पसंदीदा कलाकार और कुछ व्यक्तिगत रूप से जुड़े लोग शामिल हैं। आपका निर्णय पूरी तरह से आप पर निर्भर है, लेकिन अगर आप अच्छी कहानी और बेहतरीन अदाकारी का आनंद लेना चाहते हैं, तो इसे एक बार जरूर देखें।

रेटिंग: ⭐⭐⭐⭐ (4/5)

नोट: यह समीक्षा एक अलग शैली में लिखी गई है, जिसमें पारंपरिक समीक्षा के स्थान पर एक व्यक्तिगत और संवादात्मक दृष्टिकोण अपनाया गया है।

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