विद्या भारती को मिली राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता, अब अवॉर्डिंग बॉडी के रूप में करेगी कार्य
नई दिल्ली, प्रतिनिधि। राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी), कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार ने विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान को आधिकारिक तौर पर अवॉर्डिंग बॉडी के रूप में मान्यता प्रदान की है। यह निर्णय देश में व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण को नई दिशा देने और कौशल विकास को सशक्त बनाने के उद्देश्य से लिया गया है।
इस ऐतिहासिक साझेदारी पर हाल ही में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के सचिव एवं एनसीवीईटी के अध्यक्ष अतुल कुमार तिवारी, विद्या भारती के राष्ट्रीय महामंत्री अवनीश भटनागर, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष जैन पाल जैन समेत संगठन के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।
विद्या भारती के प्रयासों को मिली सफलता
विद्या भारती, जो पूरे देश में 12000 से अधिक स्कूलों का संचालन कर रही है, अब व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस सहयोग के तहत संगठन पारंपरिक शिक्षा के साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण को एकीकृत करेगा, जिससे छात्रों को व्यावहारिक कौशल और उद्योग-आधारित प्रशिक्षण प्राप्त होगा।
सरस्वती विद्या मंदिर, पुरानीगंज, मुंगेर के आचार्य सह क्षेत्रीय सहसंयोजक (प्रचार विभाग) संतोष कुमार ने बताया कि एनसीवीईटी एक राष्ट्रीय प्राधिकरण के रूप में कार्य करता है, जो देशभर में कौशल विकास कार्यक्रमों के मानकीकरण, नियम निर्माण और गुणवत्ता वृद्धि में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती की यह उपलब्धि लगभग एक वर्ष के सतत प्रयासों का परिणाम है, जो अब छात्रों के लिए नए अवसरों के द्वार खोलेगी।
छात्रों के लिए खुलेंगे नए अवसर
इस साझेदारी के बाद विद्या भारती विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास पाठ्यक्रम संचालित कर सकेगी, जिससे छात्र राष्ट्रीय एवं वैश्विक उद्योग मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने रोजगार के अवसर बढ़ा सकेंगे। यह सहयोग पारंपरिक शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण के बीच की खाई को पाटते हुए युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।
विद्या भारती के इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर को लेकर संगठन के कार्यकर्ताओं और शिक्षाविदों में हर्ष का माहौल है। इस अवसर पर संगठन के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बधाई दी गई।