हैदराबाद
पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस के पूर्व सांसद मोहम्मद अजहरुद्दीन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई तेज हो गई है। ईडी ने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) से जुड़े करोड़ों रुपए के घोटाले में अजहरुद्दीन को समन भेजा है। ईडी ने उन्हें आज अपने कार्यालय में पेश होकर पूछताछ का सामना करने के लिए बुलाया है।
सूत्रों के अनुसार, यह मामला 20 करोड़ रुपए की हेराफेरी से जुड़ा है, जो राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में विभिन्न सुविधाओं की खरीदारी में हुई थी। एचसीए के अध्यक्ष रहते हुए अजहरुद्दीन पर फंड में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे थे। इसके बाद ईडी ने उनके खिलाफ जांच शुरू की, जिसमें तेलंगाना में कई स्थानों पर छापेमारी की गई और महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों और डिजिटल साक्ष्यों को जब्त किया गया।
अजहरुद्दीन का नाम इस विवाद में तब उछला जब 2019 में उन्हें हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया था, लेकिन 2021 में कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उन्हें यह पद छोड़ना पड़ा। इस बीच एसोसिएशन में फंड से संबंधित अनियमितताओं के आरोपों ने तूल पकड़ा और ईडी ने जांच का दायरा बढ़ा दिया।
गौरतलब है कि अजहरुद्दीन, जो एक समय भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके हैं, ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद राजनीतिक पारी शुरू की थी। 2009 में कांग्रेस के टिकट पर मुरादाबाद से सांसद बने थे, लेकिन 2014 के चुनाव में राजस्थान से हार का सामना करना पड़ा था। अब यह देखना होगा कि मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों पर अजहरुद्दीन क्या सफाई देते हैं और ईडी की जांच किस दिशा में आगे बढ़ती है।