आज पूरा देश 1974 की रेल हड़ताल के शहीदों को नमन कर रहा है: ईआरएमयू
मुंगेर: ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन कारखाना शाखा जमालपुर के कार्यालय में रेल हड़ताल 1974 के 50 वर्ष पूरा होने पर संगोष्ठी का आयोजन शाखा अध्यक्ष दीपक कुमार सिन्हा के नेतृत्व में किया गया।इसके मुख्य अतिथि केंद्रीय उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव जी थे।
आज की संगोष्ठी का आरंभ शहीद बेदी पर माल्यार्पण कर 1974 के वीर शहीदो तुम्हें हमारा लाल सलाम के नारों से आकाश को गुंजायमान किया गया।तत्पश्चात शहीदों को 2 मिन का मौन धारण कर उनको शोक श्रद्धांजलि दिया गया।
8 मई 1974 के रेल हड़ताल में शामिल ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के पूर्व शाखा पदाधिकारी विष्णु देव प्रसाद यादव, सखीचंद मंडल,भोलानाथ यादव जी ने संयुक्त रूप से संगोष्ठी को संबोधित किया, इस दौरान 1974 के हड़ताल में घटित आंखों देखी घटना को पूरा विस्तार से कारखाना कर्मियों के सामने रखा।
उन्होंने बताया कि उस समय की केंद्र सरकार द्वारा हड़ताली कर्मचारियों पर विभिन्न तरह का दबाव दिया गया।जिसके कारण चार रेलकर्मी पुलिस की गोली से शहीद हो गए।उनमें कॉमरेड बीआर मालगी (सेंट्रल रेलवे),कॉमरेड श्रीपाल दिवेदी(उत्तर रेलवे),कॉमरेड भाववारिया (पश्चिम रेलवे) एवं कॉमरेड एस रामामस्वामी (दक्षिण रेलवे) थे, तथा हजारों लोगों की संख्या में नौकरी से बर्खास्त कर दिए गए।यह हड़ताल पूरे देश में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के नेतृत्व में उसे वक्त की महामंत्री कामरेड प्रिया गुप्ता तथा ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के अध्यक्ष जॉर्ज फर्नांडिस के नेतृत्व में 20 दिनों तक चली।
जबकि जमालपुर कारखाने में यह हड़ताल 22 दिनों तक जारी रही।मजदूर एकता के इस मंजर ने पूरे देश का राजनीतिक फिजा ही बदल कर रख दिया।जिसके कारण आम चुनाव में सत्ताधारी दल को हर का सामना करना पड़ा।जब 1977 के आम चुनाव में जनता पार्टी की मोरारजी देसाई की सरकार बनी एवं उस समय के रेल मंत्री मधु दंडवते बने।जिन्होंने मजदूरों की प्रमुख मांग उत्पादकता आधारित बोनस को स्वीकार कर लिया एवं लाखों बर्खास्त रेल कर्मियों को कार्य पर वापस बुला लिया गया।
शाखा सचिव अनिल प्रसाद यादव ने शहीदों को याद करते हुए कहा कि आज रेल में जितने भी संगठन काम कर रहे हैं।उसमें ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन,ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन अपना एक अलग स्थान रखती है और रेल कर्मियों के लिए इस संगठन के लोगों ने अपनी शहादत दी है।आज जो भी सुविधा हम प्राप्त कर रहे हैं।यह हमारे शहीदों की शहादत के द्वारा ही मिली है।
वर्तमान सरकार कर्मचारियों को मिल रही सुविधाओं पर भी कुठाराघात कर रही है।इसके खिलाफ वर्तमान समय में भी सभी रेल कर्मियों को एकजुट होकर अपने अधिकार की लड़ाई को लड़ना होगा।इस बैठक में शाखा के भुतपूर्व नेतागण भी मौजूद थे,तथा इसके अलावा कारखाना से लगभग 400 से ज्यादा रेलकर्मियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया तथा इस इतिहासिक दिवस को मनाने का काम किया।