सिनेमा हॉल ‘हाउसफुल’ नहीं, खाली मिले — नadiadwala की ‘हाउसफुल 5’ ने किया दर्शकों को मायूस
TWM न्यूज़ रेटिंग: 1.5/5

एक समय था जब ‘हाउसफुल’ शब्द से दर्शकों के चेहरे पर हंसी आ जाती थी, लेकिन अब वही नाम सिनेमा हॉल की खाली कुर्सियों की कहानी बयां कर रहा है। साजिद नाडियाडवाला की कॉमेडी फ्रेंचाइज़ी की पांचवीं किस्त हाउसफुल 5 ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।

जहाँ दर्शकों को एक मस्त, हल्की-फुल्की कॉमिक राइड की उम्मीद थी, वहाँ फिल्म दो अलग-अलग अंत और भ्रमित करने वाली कहानी के साथ एक बेतुका अनुभव बनकर रह गई। फिल्म को दो हिस्सों में बाँटा गया है—’हाउसफुल A’ और ‘हाउसफुल B’—दोनों के अपने-अपने क्लाइमेक्स हैं, मगर न कहानी में दम है, न किरदारों में मज़ा।

कॉमेडी का जो जादू पहले भागों में था, वह इस बार पूरी तरह नदारद है। जोक्स पुराने हैं, स्क्रिप्ट आधी-अधूरी लगती है, और कैरेक्टर्स बस स्क्रीन पर मौजूद भर हैं।

हालाँकि एक चीज़ है जिसने कुछ देर के लिए ही सही, पर दर्शकों को सिनेमा हॉल में बाँधे रखा—और वो हैं संजय दत्त। लम्बे समय बाद बड़े पर्दे पर उनकी मौजूदगी को देखकर पुरानी यादें ताज़ा हो गईं। लेकिन उनके अलावा फिल्म में ऐसा कुछ नहीं जो याद रखा जा सके।

‘हाउसफुल’ नाम के बावजूद फिल्म दर्शकों से कटा-कटा महसूस होती है। नाडियाडवाला की ये पेशकश न कहानी कह पाई, न हँसा पाई और न ही बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा पाई।

TWM न्यूज़ ने इस फिल्म को 1.5 स्टार की रेटिंग दी है। ऐसा लग रहा है कि बॉलीवुड को अब अपने कॉमेडी जॉनर पर फिर से गंभीरता से काम करने की ज़रूरत है, वरना अगली बार ‘हाउसफुल’ का मतलब दर्शकों के दिमाग में ‘बोरियत से फुल’ रह जाएगा।

– रिपोर्ट: TWM मनोरंजन डेस्क

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