“कुंभ स्नान पर टिप्पणी करना करोड़ों लोगों की आस्था का अपमान” – शाह ने खड़गे को घेरा
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा कुंभ स्नान पर की गई टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। शाह ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से सनातन धर्म का अपमान करती रही है और इस बार भी खड़गे की टिप्पणी करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है।
खड़गे के बयान पर शाह का पलटवार
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को मध्य प्रदेश के महू में आयोजित जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली में भाजपा नेताओं के कुंभ स्नान को लेकर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि भाजपा नेता कैमरों के लिए संगम में डुबकी लगा रहे हैं और सवाल उठाया कि क्या इससे देश की गरीबी मिट जाएगी? हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो वह माफी मांगते हैं।
इस पर अमित शाह ने मंगलवार को कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “मैंने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई और खड़गे जी को ठंड लग गई!” उन्होंने आगे कहा कि खड़गे को अगर महाकुंभ में श्रद्धा नहीं है तो उन पर कोई दबाव नहीं है, लेकिन उन्हें उन 48 करोड़ श्रद्धालुओं की आस्था का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए जो संगम में आस्था के साथ स्नान करते हैं।
“कांग्रेस हमेशा से सनातन धर्म का अपमान करती आई है”
अमित शाह ने कांग्रेस पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस लगातार सनातन धर्म का अपमान करती रही है। उन्होंने कहा, “खड़गे साहब, आपने कभी जीवन में गंगा स्नान किया है? यदि नहीं, तो बताइए कि आपने गरीबों के लिए क्या किया है?”
“मोदी ने 2019 में डुबकी लगाई और 60 करोड़ गरीबों को लाभ मिला”
शाह ने खड़गे के सवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा में डुबकी लगाई थी और उसके बाद सरकार ने 60 करोड़ गरीबों को रसोई गैस, मुफ्त अनाज, शौचालय, और 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज जैसी सुविधाएं दीं।
“कुंभ और आस्था से हमारा जुड़ाव अटूट”
अमित शाह ने कहा कि भाजपा की आस्था और परंपराओं से गहरी निष्ठा है। उन्होंने कहा, “इसीलिए हमारी सरकार ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण कराया और कुंभ मेले को भव्य रूप दिया।”
उन्होंने खड़गे को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “देश की आस्था का अपमान करना कांग्रेस की पुरानी आदत रही है, लेकिन भाजपा सनातन परंपराओं के सम्मान में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।”