सुरक्षा बलों ने उग्रवादी गतिविधियों पर लगाया बड़ा अंकुश
चांगलांग। अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले में सेना और असम राइफल्स ने एक संयुक्त अभियान में चीनी मूल के हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया है। इन हथियारों को उग्रवादी ने पिछले साल जमीन में छिपाया था। सुरक्षा बलों के इस प्रयास से क्षेत्र में सक्रिय उग्रवादी समूहों को बड़ा झटका लगा है।
सूत्रों के मुताबिक, सेना, असम राइफल्स और जिला पुलिस ने शनिवार को नामदाफा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व के घने जंगलों में यह ऑपरेशन चलाया। यह इलाका मियाओ-विजयनगर रोड के पास 27 माइल क्षेत्र में स्थित है।
मेटल डिटेक्टर और ट्रैकर डॉग्स का उपयोग
इस ऑपरेशन में आधुनिक तकनीक का सहारा लिया गया। सुरक्षा बलों ने मेटल डिटेक्टर, ट्रैकर डॉग्स और विशेष ड्रोन की मदद से क्षेत्र की गहन तलाशी ली। इस दौरान दस एमक्यू-81 और टाइप-81 असॉल्ट राइफलें बरामद की गईं।
उग्रवादी संगठनों की साजिश नाकाम
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल अमित शुक्ला ने बताया कि ये हथियार पूर्वी नागा नेशनल गवर्नमेंट (ईएनएनजी) नामक उग्रवादी संगठन के सदस्यों द्वारा छिपाए गए थे। ये सदस्य पिछले साल आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
शुक्ला ने यह भी जानकारी दी कि पिछले छह महीनों से एनएससीएन (आईएम) और एनएससीएन (केवाईए) जैसे संगठनों ने ईएनएनजी के मददगारों के जरिए इन हथियारों को खोजने की कोशिश की थी।
पर्यटकों की सुरक्षा पर खास ध्यान
सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन को सावधानीपूर्वक अंजाम दिया ताकि नामदाफा रिजर्व फॉरेस्ट में मौजूद पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
लेफ्टिनेंट कर्नल शुक्ला ने कहा, “यह अभियान पूरी कुशलता और सटीकता के साथ किया गया, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि ये हथियार उग्रवादियों के हाथ न लगें।”
क्षेत्र में शांति बनाए रखने का प्रयास
बरामद हथियारों की इस बड़ी खेप से साबित होता है कि अरुणाचल प्रदेश के दूरदराज के इलाकों में उग्रवादी समूह अपनी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं। सेना और असम राइफल्स की इस सफलता ने क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
सुरक्षा बलों ने यह स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी ऐसे अभियानों को अंजाम देकर उग्रवादी गतिविधियों पर लगाम लगाई जाएगी।