पहलगाम आतंकी हमले पर भड़काऊ बयान देना पड़ा महंगा, असम के विधायक अमीनुल इस्लाम गिरफ्तार
गुवाहाटी। पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर भड़काऊ बयान देना असम के धिंग विधानसभा क्षेत्र से एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम को भारी पड़ गया। पुलिस ने उन्हें “उकसावेपूर्ण और भ्रामक” बयान के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें नागांव थाने लाया गया, जहां उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
असम पुलिस के मुताबिक, एक सार्वजनिक सभा के दौरान अमीनुल इस्लाम ने हालिया आतंकी हमले को लेकर कथित तौर पर ऐसा बयान दिया, जिससे सांप्रदायिक तनाव भड़क सकता था। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला तेजी से तूल पकड़ गया।
भड़काऊ वीडियो बना गिरफ्तारी की वजह
पुलिस महानिदेशक हरीमीत सिंह ने बताया कि इस्लाम के खिलाफ बीएनएस की धारा 152, 196, 197(1), 113(3), 352 और 353 के तहत केस संख्या 347/25 दर्ज की गई है। वायरल वीडियो में विधायक के कथन को आतंकवाद के प्रति सहानुभूति दर्शाने वाला बताया गया है।
मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाया
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमले को किसी भी रूप में सही ठहराने वालों के खिलाफ असम सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं, बल्कि भारत की आत्मा के खिलाफ अपराध है।”
पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवा निलंबित
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान जाने के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीजा सेवा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि 27 अप्रैल 2025 से सभी भारतीय वीजा रद्द माने जाएंगे। हालांकि, चिकित्सा वीजा 29 अप्रैल तक वैध रहेगा।
सर्वदलीय बैठक आज संसद में
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने गुरुवार शाम छह बजे संसद में एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसकी अध्यक्षता रक्षामंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। शिवसेना (शिंदे गुट) की ओर से सांसद श्रीकांत शिंदे बैठक में भाग लेंगे। पार्टी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए सरकार के रुख को “निर्विवाद समर्थन” देने की बात कही है।
देश में आक्रोश, कूटनीतिक स्तर पर भी सक्रियता
देश भर में इस आतंकी हमले को लेकर आक्रोश है और सरकार ने आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर भी चौकसी बढ़ा दी है। कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।