सड़क, स्वास्थ्य और सुरक्षा की खस्ताहाली पर उठाई आवाज़
जमालपुर (मुंगेर)
शहर की प्रमुख सड़कों की दुर्दशा, बढ़ते अपराध और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की अव्यवस्था को लेकर गुरुवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। सपा के नेतृत्व में स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और उनका पुतला फूंककर विरोध जताया। उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी दी कि अगर हालात नहीं सुधरे तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
मारवाड़ी धर्मशाला से शुरू हुआ यह जुलूस शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से होकर गुजरा और जुबली वेल चौक पर समाप्त हुआ। प्रदर्शनकारियों ने “मुख्य सड़क का अविलंब निर्माण करो”, “बढ़ते अपराध पर रोक लगाओ”, “प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करो” जैसे नारों के साथ सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला।
सपा कार्यकर्ताओं ने रखी मांगें
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सपा नगर अध्यक्ष अमर शक्ति ने कहा, “शहर की सड़कें जर्जर हालत में हैं, और अपराधी बेखौफ हो रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और विधायक चुप्पी साधे बैठे हैं। हम इस स्थिति को और बर्दाश्त नहीं करेंगे। समाजवादी पार्टी जनता की समस्याओं पर आधारित राजनीति करती है और इसे लेकर हमारा संघर्ष जारी रहेगा।”
जिला मीडिया प्रभारी मनोज क्रांति ने कहा, “बिहार में अपराधों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, और शासन-प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है। यदि प्रशासन ने जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया, तो समाजवादी पार्टी सड़कों पर उग्र आंदोलन करेगी।”
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर भी उठाई आवाज
नगर उपाध्यक्ष डॉ. सुधीर गुप्ता और पूर्व नगर अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने कहा, “शहर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की हालत दयनीय है। ना एक्स-रे की सुविधा है, ना अल्ट्रासाउंड की। सरकार विकास के बड़े-बड़े वादे करती है, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही है। सुरक्षा का हाल यह है कि रक्षक ही भक्षक बन चुके हैं। ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं है।”
प्रदर्शन के दौरान सपा के कई वरिष्ठ कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे, जिनमें प्रमोद ठाकुर, कुमार प्रभाकर, जीवन पासवान, अजय साव, दिनेश साहू, विरेन्द्र दास, अशोक शर्मा, कुणाल कुमार, राजकुमार, जीवन ताँती, देवन यादव, भोला दास, मोहम्मद सोहेल, रंजीत सहित अन्य लोग शामिल थे। सभी ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए इसे जल्द से जल्द सुधारने की मांग की।