कोलकाता
पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्सों में भारी बाढ़ से अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 2.5 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। राज्य के छह जिलों में बाढ़ से तबाही मची हुई है। अधिकारियों के मुताबिक, बाढ़ का मुख्य कारण भारी बारिश और दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) द्वारा पानी छोड़ा जाना है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाढ़ग्रस्त जिलों पश्चिम मेदिनीपुर और हावड़ा का दौरा कर हालात का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने राज्य सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने और उसकी सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही पानी कम होगा, सड़कों की मरम्मत का काम तुरंत शुरू किया जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि डीवीसी द्वारा छोड़े गए पानी के प्रभाव को कम करने के लिए भी योजना तैयार की जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हालात न बनें।
इस बीच, बुरीगंगा नहर का पानी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास में घुस गया। हालांकि, उस समय मुख्यमंत्री घर पर मौजूद नहीं थीं, जिससे किसी प्रकार की बड़ी अनहोनी टल गई।
राज्य सरकार द्वारा राहत कार्य जारी है और प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।