राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल दरों में बढ़ोतरी,
1 अप्रैल से यात्रियों की जेब पर पड़ेगा असर
राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले यात्रियों को अब ज्यादा टोल चुकाना होगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने टोल दरों में 4 से 5 प्रतिशत की वृद्धि लागू कर दी है। यह नई दरें 1 अप्रैल से प्रभावी हो गई हैं।
हर साल होती है टोल दरों की समीक्षा
यह बढ़ोतरी NHAI की वार्षिक समीक्षा प्रक्रिया का हिस्सा है, जो हर साल 1 अप्रैल को लागू की जाती है। राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, यह संशोधन प्रत्येक राष्ट्रीय राजमार्ग और एक्सप्रेसवे के लिए अलग-अलग किया जाता है और इसे थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति से जोड़ा गया है।
855 टोल प्लाजा पर लागू होंगी नई दरें
देशभर में करीब 855 टोल प्लाजा हैं, जहां उपयोगकर्ता शुल्क वसूला जाता है। इनमें से लगभग 675 टोल प्लाजा सार्वजनिक वित्त पोषित हैं, जबकि 180 का संचालन रियायतग्राही कंपनियों द्वारा किया जाता है।
इन प्रमुख मार्गों पर अधिक असर
बढ़ी हुई टोल दरों का असर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-जयपुर हाईवे सहित अन्य प्रमुख मार्गों पर यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों पर पड़ेगा। ये देश के सबसे व्यस्ततम राजमार्गों में शामिल हैं, जहां से प्रतिदिन लाखों वाहन गुजरते हैं।
यात्रियों की चिंता, NHAI ने दी सफाई
टोल दरों में बढ़ोतरी को लेकर यात्रियों में असंतोष देखा जा रहा है। कई यात्रियों का कहना है कि पहले से ही ईंधन की कीमतें बढ़ी हुई हैं, अब टोल दरें बढ़ने से यात्रा खर्च और बढ़ जाएगा। वहीं, NHAI का कहना है कि यह संशोधन आवश्यक है ताकि राजमार्गों के रखरखाव और विकास कार्यों को सुचारू रूप से जारी रखा जा सके।