पिरपैंती और राजमहल स्टेशन बने ‘अमृत स्टेशन’, प्रधानमंत्री मोदी ने किया वर्चुअल उद्घाटन
रेलवे विकास के नए युग में बिहार और झारखंड को मिली बड़ी सौगात

भागलपुर/साहिबगंज।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को देशभर के 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का एक साथ उद्घाटन किया, जिनमें बिहार के पिरपैंती और झारखंड के राजमहल स्टेशन भी शामिल हैं। ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत इन स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कर भव्य रूप प्रदान किया गया है।

राजस्थान के बीकानेर से वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 26 हजार करोड़ से अधिक की लागत वाली 200 से अधिक रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण, उद्घाटन व शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि “देश के हर कोने को आधुनिक रेलवे सेवाओं से जोड़ना हमारा लक्ष्य है, जिससे नागरिकों की यात्रा सरल, सुरक्षित और सुसज्जित हो सके।”

पिरपैंती स्टेशन: परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम

बिहार के भागलपुर जिले में स्थित पिरपैंती स्टेशन को एनएसजी-5 श्रेणी के अंतर्गत विश्वस्तरीय यात्री सुविधाओं के साथ विकसित किया गया है। स्टेशन की इमारत स्थानीय कला, संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहरों की झलक लिए हुए है। आकर्षक फसाड, विस्तृत प्रतीक्षालय, डिजर्व और एग्जीक्यूटिव लाउंज, दिव्यांगजन अनुकूल संरचना और वीडियो वॉल जैसी सुविधाओं ने स्टेशन को नया स्वरूप प्रदान किया है।

पिरपैंती में आयोजित समारोह में स्थानीय विधायक ललन कुमार, कहलगांव विधायक पवन यादव, मालदा मंडल के डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। स्कूली छात्रों और स्काउट्स द्वारा देशभक्ति से भरपूर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। कार्यक्रम के दौरान विजयी प्रतियोगियों को भी सम्मानित किया गया।

राजमहल स्टेशन: झारखंड को मिला आधुनिक रेल केंद्र

झारखंड के साहिबगंज जिले में स्थित राजमहल स्टेशन भी अब ‘अमृत स्टेशन’ की सूची में शामिल हो गया है। विस्तृत सर्कुलेटिंग एरिया, फसाड लाइटिंग, लम्बे प्लेटफॉर्म, पैदल पथ, कलात्मक सज्जा और यात्री सुविधा के लिए उन्नत तकनीकी व्यवस्था इस स्टेशन को एक नया रूप प्रदान करती है।

राजमहल में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक अनंत ओझा, मालदा मंडल के गति शक्ति यूनिट के प्रमुख आर.वी. नागराले और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक शामिल हुए। यहां भी छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया।

‘अमृत भारत योजना’ से बदल रही है रेलवे की तस्वीर

रेल मंत्रालय की इस योजना के अंतर्गत देशभर के स्टेशनों को चरणबद्ध तरीके से आधुनिक बनाया जा रहा है, जिससे न सिर्फ यात्रियों की सुविधा में इजाफा हो, बल्कि स्थानीय संस्कृति, कला और क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिले। पिरपैंती और राजमहल स्टेशन इसका जीवंत उदाहरण हैं।

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इन स्टेशनों के पुनर्विकास से जहां आम यात्रियों को विश्वस्तरीय सेवाएं मिलेंगी, वहीं पर्यटन और स्थानीय व्यापार को भी नई ऊर्जा प्राप्त होगी।

 

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