‘ऑपरेशन सिंदूर’ आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत की निर्णायक कार्रवाई का प्रतीक : रक्षामंत्री

लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना करते हुए कहा कि यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की सामूहिक इच्छाशक्ति और अडिग संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में मौजूद भारत विरोधी तत्वों पर निर्णायक प्रहार कर पूरी दुनिया को संदेश दे दिया है कि यह ‘नया भारत’ है, जो आतंक का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।

रक्षा मंत्री ने लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एवं परीक्षण सुविधा का वर्चुअल उद्घाटन करते हुए कहा, “ऑपरेशन सिंदूर भारत की राजनीतिक इच्छाशक्ति, सैन्य ताकत और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का सशक्त उदाहरण है। यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि देश की सामाजिक, राजनीतिक और सैनिक चेतना की अभिव्यक्ति है।”

राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि भारतीय सेना ने यह कार्रवाई पाकिस्तान की धरती पर मौजूद आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के उद्देश्य से की थी। “हमने कभी आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया, जबकि पाकिस्तान ने भारतीय नागरिक क्षेत्रों के साथ-साथ मंदिरों और गुरुद्वारों पर भी हमले किए। भारत ने संयम के साथ साहस दिखाया और पाकिस्तान के भीतर कई ठिकानों पर करारा जवाब दिया,” उन्होंने कहा।

उन्होंने बताया कि 7 मई को शुरू हुए इस अभियान के दौरान भारतीय बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर निशाना साधा। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में की गई, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी।

रक्षामंत्री ने याद दिलाया कि “उरी हमले के बाद हमारी सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की, पुलवामा के बाद बालाकोट में एयर स्ट्राइक की गई, और अब पहलगाम हमले के बाद पूरी दुनिया ने देखा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर कई बार हमला किया है। हमारी कार्रवाई की गूंज रावलपिंडी तक पहुंची है, जहां पाक सेना का मुख्यालय है।”

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अब आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति पर कार्य कर रहा है। “यह नया भारत है, जो अपने नागरिकों की रक्षा के लिए सीमाओं के भीतर और बाहर दोनों जगह प्रभावी कार्रवाई करता है।”

 

“आज पूरा देश भारतीय सेना की वीरता को सलाम कर रहा है,” राजनाथ सिंह ने गर्व के साथ कहा।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *